सोरठा- सुमिर सदा सतनाम
*कर कीरत रा काम सतमारग चलणो सजग*
*सुमिर सदा सतनाम अवर न दूजौ आसरो*
*निस्चै रहसी नाम नांणां पण रहणां नहीं*
*सुमिर सदा सतनाम. दिनड़ा जावै दौड़िया*
*तज दे तंत तमाम. अंत समै आणौ अवस*
*सुमिर सदा सतनाम. पासी मुगती जीव पण*
*डीलां ऊपर डांम. सबद बांण लाग्या सबल*
*सुमिर सदा सतनाम सुरगलोक में सरवरा*
*ठाला ठीकर ठाम. पिंजर तन पीळा पडै*
*सुमिर सदा सतनाम. अजर अमर इक आतमा*
*निरभै निरख निजाम. निवण निरंजन नाथ ने*
*सदा सुमिर सतनाम सत साहिब सुभ साधना*
*रतनसिंह चाँपावत रणसीगाँव कृत*
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