बुधवार, 14 फ़रवरी 2018

तीजो नैण

शंकर ,थांरे देश रा
बैरी बढता जाय ।
तीजो नैण उघाड दो
सगला भस्म हु जाय ।।
चले न भारत देश पे
आंतकी रौ जोर ।
एटम बम सूं सोगुणो
शिव बम बम रौ शोर ।।
असुरां रौ है इण वखत
आर्यधरा पर अंश ।
भेजो तोय भुजंग ने
डसे बैरियां दंश ।।
भस्मासुर सा भूतडा
अरडावे आजाद ।
डमरू शिव डमकायदो
रणभैरी रौ नाद ।।
देवभूमि पर कर दया
शिव रखवालो सांच ।
डगमग कर जग डोल जा
रचदो ताण्डव नाच ।।

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